गिल्ली डंडा: पंजाब का पारंपरिक खेल

पंजाब में बड़े होते समय, मेरी सबसे प्यारी यादें मेरे दोस्तों के साथ गिल्ली डंडा खेलने की हैं। यह एक पारंपरिक खेल है जिसे पंजाब और दक्षिण एशिया के अन्य हिस्सों में सदियों से खेला जाता है। खेल सीधा लेकिन चुनौतीपूर्ण है और कौशल, सटीकता, और धैर्य की आवश्यकता होती है।

माना जाता है कि गिल्ली डंडा का उत्पत्ति प्राचीन भारत में हुआ था और पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश जैसे दक्षिण एशिया के विभिन्न हिस्सों में सदियों से खेला गया है। कहा जाता है कि इस खेल को भगवान राम और उनके भाई लक्ष्मण ने अपने वनवास के दौरान खेला था।

गिल्ली डंडा का पंजाब में सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व है। यह एक ऐसा खेल है जिसे बच्चे से लेकर बड़े तक सभी उम्र के लोग खेलते हैं। यह शारीरिक गतिविधि, सामाजिक आपसी क्रियाकलाप, और टीमवर्क को प्रोत्साहित करता है। इस खेल से हाथ-नेत्र संगठन, ध्यान, और रणनीतिक सोच को विकसित करने में भी मदद मिलती है।


Vishakha S

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